बैग भरकर तीन बच्चों के साथ भाग रही थी किसी ने थाने भेज दिया, फिर हुई प्रेम की पंचायत
पुलिस ने कराया समझौता
हस्तिनापुर थाने में ग्वालियर पुलिस का नये क़ानून लागू होते ही नया अवतार
पुलिस ने 36 घंटे से भूखे प्यासे परिवार को साथ में बैठाकर खाना खिलाया और वापस पति के साथ घर भिजवाया।
ग्वालियर पुलिस टूटे हुए परिवारों को जोड़ने के लिए निरंतर सकारात्मक प्रयास करती है। ग्वालियर पुलिस अधीक्षक श्री धर्मवीर सिंह के द्वारा मीटिंग व जन सुनवाई में अधिकारियों को तत्काल मौक़े में जाकर शिकायत को निकाल निकाल करने का निर्देश दिया जाता है जिससे कम समय में पीड़ित को न्याय व संतुष्टि मिल जाती है।
ग्वालियर ज़िले के हस्तिनापुर थाना अंतर्गत चक महरौली के रहने वाले वेदराम अहिरवार उम्र 48 ने दो वर्ष पूर्व तीन बच्चों की माँ के साथ शादी की थी। ममता जाटव कंपू ग्वालियर अपने तीनों बच्चों के साथ वेदराम के घर पत्नी के रूप में रहने आई थी। दो दिन पहले पति पत्नी की लड़ाई हुई जिसमें ममता के बेटे ने पिता के साथ सौतेला व्यवहार करते हुए हाथ उठा दिया जो वेदराम को बहुत बुरा लगा और उसने चारों को घर से भगा दिया।
गाँव से चार किलोमीटर पैदल चलकर कहीं जाने के लिए हस्तिनापुर में बस का इंतज़ार कर रहे थे तभी किसी ने सलाह दी कि थाने चली जाओ एसडीओपी व दरोग़ा जी बैठे हैं तुम्हारा मैटर सुलझा देंगे।
महिला अपने बच्चों के साथ हस्तिनापुर थाने आई जिसके बाद एसडीओपी बेहट् संतोष पटेल व थाना प्रभारी हस्तिनापुर राजकुमार राजावत ने उसके पति को बुलाया और पांचों को बैठाकर समझाया। भूखे होने का एहसास हुआ तो तत्काल हवलदार वकील सिंह ने भोजन की व्यवस्था की और सभी को एक टेबल में बैठकर खाना खिलाया। पति ने पत्नी को खिलाया और पत्नी ने पति व बच्चों को खिलाया उसके बाद मन मुटाव दूर हुआ और सभी एक होकर वापस गाँव की ओर चल दिये। पिता पर हाथ उठाने वाला बेटा बैग को टाँगे घर की ओर निकल गया।
पुलिस के छोटे से प्रयास से एक ग़रीब मजदूर परिवार को ख़ुशी मिली।