छेड़छाड़ से तंग आकर युवती ने लगाई फांसी, ग्वालियर में मानसिक प्रताड़ना का शिकार बनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता…
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता युवती ने मानसिक प्रताड़ना और छेड़छाड़ से परेशान होकर फांसी लगा ली, इलाज के दौरान, मौत...

छेड़छाड़ से तंग आकर युवती ने लगाई फांसी, ग्वालियर में मानसिक प्रताड़ना का शिकार बनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता…
इलाज के दौरान, मौत…
ग्वालियर। शहर के गंगा मालनपुर इलाके में एक 22 वर्षीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता युवती ने मानसिक प्रताड़ना और छेड़छाड़ से परेशान होकर फांसी लगा ली। घटना शनिवार रात की है, जबकि रविवार को इलाज के दौरान युवती की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि आरोपी युवक लंबे समय से उसे परेशान कर रहा था।युवती ने कुछ समय पहले आरोपी के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन सामाजिक दबाव में 15 दिन पहले यह शिकायत वापस लेनी पड़ी। आरोप है कि युवक ने हाल ही में युवती के साथ एडिटेड फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए, जिससे वह और टूट गई…
एडिटेड फोटो, वायरल करने के बाद बढ़ा तनाव…
पीड़ित युवती के चाचा जीवन कुशवाहा ने बताया कि आरोपी मनीष कुशवाहा पिछले एक साल से उसकी भतीजी को परेशान कर रहा था। 3 महीने पहले परिवार को इस प्रताड़ना की जानकारी मिली थी। शनिवार को मनीष ने एक बार फिर युवती के साथ एडिटेड फोटो बनाकर वायरल कर दिए, जिससे वह बुरी तरह मानसिक तनाव में आ गई…
शिकायत के बाद भी नहीं मिला न्याय, उल्टा बना दबाव…
पीड़िता ने कुछ समय पहले अपनी मां के साथ पुरानी छावनी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने आरोपी को थाने बुलाया भी था, लेकिन आरोपी अपने पिता और समाज के कुछ दबंगों के साथ वहां पहुंचा और राजीनामा का दबाव डलवाया। सामाजिक दबाव के चलते युवती को शिकायत वापस लेनी पड़ी…
ड्यूटी से लौटकर, खुद को कर लिया खत्म…
शनिवार को युवती अपने आंगनबाड़ी केंद्र से रिपोर्ट बनाकर लौटी थी और डिप्रेशन में थी। वह सीधे अपने कमरे में गई और कुछ देर बाद उसकी मां ने उसे फंदे पर लटका देखा। परिजन उसे तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन रविवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई…
पुलिस जांच में जुटी, आरोपी से पूछताछ की तैयारी…
पुरानी छावनी थाना प्रभारी क्षमा राजौरिया के अनुसार, प्रारंभिक जांच में मामला छेड़छाड़ और मानसिक प्रताड़ना से जुड़ा हुआ लग रहा है। 15 दिन पहले युवती द्वारा दर्ज शिकायत के राजीनामे और ताजा घटनाक्रम की कड़ियों को जोड़कर जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और डिजिटल सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।