रास्ता न होने से मरीज नहीं पहुंच सका भितरवार, रास्ते में तोड़ा दम…
गाँव में सड़क नहीं होने से मरीज की मौत
रास्ता न होने से मरीज नहीं पहुंच सका भितरवार, रास्ते में तोड़ा दम…
गड़ाजर पंचायत के रामपुरा मजरे का दर्द..
ग्वालियर:- भितरवार क्षैत्र के ग्राम गडाजर (रामपुरा) बस्ती पर निवासरत नत्थाराम कुशवाहा खेती किसानी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। लेकिन दिनांक 08/07/2024 को सांस का मरीज होने के कारण सुबह की रात्रि से ही वह काफी बीमार हुआ । लेकिन रास्ता ना होने के कारण उसके परिजन उसे तत्काल अस्पताल नहीं ले जा सके क्योंकि रामपुरा नामक इस मजरे तक कोई संसाधन नहीं पहुंच सके, सुबह जैसे तैसे करके बस्ती बालों ने उठकर जो मिट्टी का रास्ता अधिक बर्षा के कारण कटा और खुदा पड़ा था उसे इस लायक बनाया कि ट्रेक्टर को निकाला जा सके, तब कहीं जाकर ट्रेक्टर से मरीज को किठौंदा पहुंचाया गया वहां से गाड़ी करके अस्पताल ले जाते समय बीच में ही उन्होंने दम तोड दिया…
कांग्रेस नेता ने बताया दर्द..
इस संबंध में बताते हुये कांग्रेस के युवा नेता बलराम सिंह बघेल ने बताया कि,
बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है।कि यहां के रहवासी 40 बर्ष से यहां निवासरत हैं लेकिन आज तक सरकार की तमाम योजनाओं से यह बस्ती पिछड़ी हुई है। चाहे रोड़ की बात करें, चाहे गली में सी सी निर्माण की बात करें, नाली – नालों की बात करें,,मुक्तिधाम की बात करें। हर तरह से यहां के रहवासी वर्षों से पशुओं के समान जीवन जी रहे हैं। उन्होंने आगे बताया कि पिछले बर्ष बारिश में खुले आसमान के नीचे जब एक वृद्ध महिला का अंतिम संस्कार किया जा रहा था तब तीन बार अग्नि ठंडी पड़ने के पश्चात मुश्किल से बल्ली ओझा नामक ग्रामीण की माताजी का अंतिम संस्कार हुआ।यह मामला हमारे मीडिया के भाईयों ने उठाया उसके बाद जनपद सीईओ द्वारा यह आश्वासन दिया गया था कि, तत्काल इस मजरे की समस्याएं निराकृत की जायेंगी इसको लेकिन आज दिनांक तक यहां ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।
कांग्रेस युवा नेता बलराम बघेल ने सरकार से यह अनुरोध किया है कि, इस बस्ती की परिस्थितियों को देखते हुए। और पशु वत जीवन जी रहे यहां रहवासियों को इस देश के, प्रदेश के नागरिक मानते हुए तत्काल एक सही निर्णय लें और इस सड़क को बनाकर यहां की परेशानियों को दूर करने की कृपा करें।